Legacy Of Dharma: Ayodhya And Mahavir’s Timeless Teachings (Meri Ayodhya, Mera Raghuvansh + Bhagwan Mahavir Swami) Ayodhya Book | Bhagwan Mahavir | Raghuvansh History | Indian Spirituality | Jain Dharma Teachings | Ramayan Legacy | Ancient India Culture | Hindi Religious Books (Set Of 2 Books)(Paper
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Legacy of Dharma: Ayodhya and Mahavir’s Timeless Teachings एक विलक्षण संग्रह है जो भारतीय संस्कृति, आध्यात्मिकता और धर्म की जड़ों से जुड़ने का अवसर प्रदान करता है। यह दो अद्भुत पुस्तकों का संगम है, जो एक ओर श्रीराम की पवित्र भूमि अयोध्या और उनके वंश की गौरवगाथा को प्रस्तुत करती है, और दूसरी ओर भगवान महावीर स्वामी के तप, त्याग और ज्ञान के प्रकाश से पाठकों को आलोकित करती है। यह संग्रह भारत की सनातन परंपरा और जैन दर्शन को गहराई से समझने के लिए एक सशक्त माध्यम है।Book 1: Meri Ayodhya, Mera Raghuvansh by Rajeev ‘Acharya’ ISBN: 9789355214430राजीव ‘आचार्य’ द्वारा लिखित यह पुस्तक एक भावनात्मक और ऐतिहासिक यात्रा है जो हमें प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या की पावन स्मृतियों और रघुवंश की दिव्य परंपराओं से जोड़ती है। लेखक ने अपनी लेखनी के माध्यम से उस अयोध्या का वर्णन किया है जो केवल एक नगरी नहीं, बल्कि एक चेतना है – एक ऐसा तीर्थ जो युगों से धर्म, मर्यादा और आदर्शों का प्रतीक रहा है।इस पुस्तक में अयोध्या के ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को रोचक घटनाओं और गहन शोध के साथ प्रस्तुत किया गया है। रघुकुल के शौर्य, त्याग और मर्यादा की गाथाएं इस पुस्तक में जीवंत हो उठती हैं। लेखक का भावनात्मक जुड़ाव, भाषा की सरलता और तथ्यों की गहराई पाठकों को भारत की सांस्कृतिक आत्मा से साक्षात्कार कराती है।Book 2: Bhagwan Mahavir Swami by M.A. Sameer ISBN: 9789348724885एम.ए. समीरा की यह पुस्तक जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी के जीवन, विचारों और शिक्षाओं पर केंद्रित है। भगवान महावीर का जीवन संयम, अहिंसा और आत्मशुद्धि का आदर्श उदाहरण है। इस पुस्तक में उनके तपस्वी जीवन, सत्य की खोज और आध्यात्मिक साधना को अत्यंत प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया है।पाठकों को इस पुस्तक के माध्यम से यह समझने का अवसर मिलता है कि कैसे भगवान महावीर का दर्शन आज भी उतना ही प्रासंगिक है जितना हजारों वर्ष पहले था। लेखक ने अहिंसा, अपरिग्रह, सत्य और संयम के सिद्धांतों को जीवन के हर क्षेत्र में लागू करने की व्यावहारिक विधियों को सरल भाषा में समझाया है। यह पुस्तक जैन धर्म और उसके मूल तत्वों को समझने के लिए एक अनमोल ग्रंथ है।Legacy of Dharma संग्रह उन पाठकों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो भारतीय सभ्यता, धर्म और अध्यात्म में गहरी रुचि रखते हैं। यह न केवल ज्ञानवर्धक है, बल्कि आत्मचिंतन और जीवन के उद्देश्यों पर विचार करने हेतु भी प्रेरित करता है।